कुंभ का एक अर्थ काया अर्थात् शरीर और आवरण अर्थात् माया का प्रतीक है । यह शरीर ब्रह्मांड का लघु किंतु संपूर्ण अंश है।
वेद के अनुसार वह पत्र जिसमें मृतक की अस्थियां सुरक्षित रखी जाती थीं उसे भी कुंभ कहते थे
जन्म माता के गर्भ से होता है इसलिए कुंभ इस प्रजनन क्रिया से संबध मातृका शक्ति एवं नए जीवन का भी प्रतीक है।
कुंभ के पर्याय घट का प्रयोग मनु स्मृति से प्रारंभ होता है।
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